Mindblown: a blog about philosophy.

  • उगता सूरज

    उगता सूरज

    उगता सूरज जिसे कहते थे, दोपहर तक जल के ख़ाक हो गया इनकी रहबरी की आज़ में देश मेरा चाक-चाक हो गया आए चपेट में जाट, किसान, कुकी, नागा, मुसलमान ख़्वाब-नाक एक जहान जाने कब ख़तरनाक हो गया एक कट-पुतली की तरह नाचे सियासती मंच पर ग़लत-फ़हमी के दौर में फ़हम-ओ-इदराक मज़ाक़ हो गया वाद-विवाद…

  • छोटे कस्बे का… छोटा लड़का…

    छोटे कस्बे का… छोटा लड़का…

    छोटे कस्बे के लड़के अक्सर कम उम्र में घर की जिम्मेदारी संभालने के लिए घर छोड़ देते है। चार पंक्ति खुद पर रख कर उन्ही छोटे लड़कों को नज्र करता हूँ… सुनिएगा… छोटी उम्र में… घर की… जिम्मेदारी संभालने को… काम पर… जाता हूँ।2। घूमने को… मन… मचले भी… तो… मार देता हूँ… छोटे कस्बे…

  • She want those days back

    A mother with tears in her eyes dropping her tears slowly and slowly not letting her kids know. Suffering pain, getting aged but not letting her kids know. Providing her kids with every they need,from the most cheapest thing to the most expensive thing she could afford, but this don’t satisfy her kids they want…

  • She want those days back

    A mother with tears in her eyes dropping her tears slowly and slowly not letting her kids know. Suffering pain, getting aged but not letting her kids know. Providing her kids with every they need,from the most cheapest thing to the most expensive thing she could afford, but this don’t satisfy her kids they want…

  • We can never forget you!

    Those who fought through the dark Even working on those nights How can we forget them Who had lit up our lives The courage that you had the steps which you took could neither be forgotten nor can be overlooked Didn’t you have any fear? When you were asked up for your life How did…

  • कुरबान हो जाऊं

    शीर्षक-कुर्बान हो जाऊं जब जाना है एक दिन तो क्यों ना देश के खातिर क़ुर्बान हो जाऊं, दुश्मन की धरती पर तिरंगा है फहराना क़ुर्बान हो जाऊं, जाने दो घर से मुझको, मुश्किल है तुम्हे कह पाना, पल भर की उदासी के खातिर, ना देश का नुकसान हो जाये, मां तुझपर संकट आये उससे पहले…

  • आओ बोले वंदेमातरम स्वाभिमान से।

    मत  बाटो अब इन रंगों को तुम मजहब के हिसाब से चाहे हरा हो या सफेद हो या हो भगवा तुम सबको मानो जान से दूर कर दो बेर मन से गले लगा लो एक दूसरे को प्यार से एक हो जाओ सब और मिला दो इन तीनो रंगों को शान से। उठा लो तिरंगा…

  • आओ बोले वंदेमातरम स्वाभिमान से।

    मत  बाटो अब इन रंगों को तुम मजहब के हिसाब से चाहे हरा हो या सफेद हो या हो भगवा तुम सबको मानो जान से दूर कर दो बेर मन से गले लगा लो एक दूसरे को प्यार से एक हो जाओ सब और मिला दो इन तीनो रंगों को शान से। उठा लो तिरंगा…

  • Devnagari

    Jeevan me hai aseemit dard Har ek dard hai bedard Na chain hai na sukoon hai Phir bhi jee rahe hain ye dard

  • ए वीरो तुम्हे हे सलाम।

    तुमने ना की किसीकी परवा, ना की कोई गुज़ारिश, दुसरो की रक्षा करना हे तुम्हारी ख्वाहिश। मर मिट्टे हे रोज इस भूमि पर कोई ना कोई, शहीद होनेवाले तो सिर्फ तुम ही यही। कर्ज इस मातृभूमि का सिर्फ तुम ही उतार जाओगे, तुम सरहद पर खडे हमे यहा बचाओगे। तुम्हारा शुक्रिया कैसे अदा करे, कैसे…

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