Month: April 2018

  • माँ पुकार रही है

    भारत वासी तुम्हे कोई पुकार रही है । सुन कर अनसुनी न करो वह चीख चिल्ला रही है कहि एक कोने में बैठे आंसू बहा रही है । यु एकता और भाईचारे को बेड़ियो में न देख पा रही है पहचानो उस माँ को भारत माँ पुकार रही है । हाथ में तिरंगा लिए ,…

  • Maa Teri jagah

    Maa Teri jagah

    Maa Teri jagah

  • Mother

    Nice

  • वतन

    वतन

    मिलूँ जो ख़ाक में चाहे, चिता पर राख हो जाऊँ, धुले गंगा में मन मेरा, यों धुलकर पाक़ हो जाऊँ। मेरी मिट्टी पे ज़ाया हो, मेरे ख़ून का हरेक कतरा, जफ़र अंज़ाम हो जिसका मैं वो आग़ाज़ हो जाऊँ। जिसके शौक पत्तों के, मैं पतझड़ का वो मौसम हूँ, मुझे है शौक गाते कोयल की…

  • काश मैं तिरंगा होता

    ना हिन्दू का होता, ना मुस्लमान का, काश मैं तिरंगा होता इस प्यारा हिन्दुस्तान का, ना मुझे धर्म के तराजू में तौला जाता, ना ही मुझे लाल और हरे में तोड़ा जाता, ना राम का होता, ना रेहमान का, काश मैं तिरंगा होता इस प्यारा हिन्दुस्तान का. ना मेरा कोई मजहब होता, ना कोई जात,…

  • A bizzare feeling

    I am in a perpetual cave A cave like an impenetrable prison A confinement full of self-hatred and despair Exhausted by wearing a façade of happiness Deep down sinking in unknown ocean Where blackness gets darker Possibly no one cares Ultimately I am just a zilch in the universe I don’t want to live long…