Month: August 2018

  • Your dreams are valuable

    Your dreams are valuable

    It is in English

  • In The Surge Of Blood

    In The Surge Of Blood

    IN THE SURGE OF BLOOD Composed by Akashdeep Dhar With the deep wounds of the past, I still remain, Red ran dry and left back in an unbearable pain. I carry in my mind, the same old fear; Sufering, in the wait, to see it disappear. Obstinacy in its veins, it vows to last, Long,…

  • आंसू

    आंसू

    आग जो मेरे अंदर हैं, आंखों से बहती निर्झर है। आंसू ना होते तो जल गए होते हम, शायद मर गए होते हम। कसक होने पर फूट-फूट कर रोते हैं हम, आंसू ना होते तो घुट-घुट के मर गए होते हम। आंसू वो है– जो अंदर की आग बुझाती है। दिल बेचैन हो तो समझाती…

  • देश के वीर जवान

    देश के वीर जवान

    देश के वीर जवान देश की शान हे,हे देश का मान, ये हे हमारे वीर जवान. देश के गौरव ये,देश के रक्षक हे, हे हमारे वीर जवान. हमारे लिए सरहद पर खेड़े, हमारे खातिर बो दुश्मन लड़े. ईन्होने छोड़ा सुखमय परिवार का साथ, देश के लिए आखरी सास तक लदे. वतन के लिए मार मिट…

  • पूर्वजों की देन ये धरती

    To my Mother Earth a Poetry Dedication To my Mother Earth a Poetry Dedication पूर्वजों की देन ये धरती , चलो इसको स्वर्ग बनाए I स्वच्छ धरा बना कर हम , धरती को सुंदर बनाए I इस धरा को जब हम माँ बुलाते हैं , तो क्यों इस जन्मदायिनी ,माँ धरती पर गंदगी फैलाते है…

  • Dard motivational poem

    कुछ दर्द ऐसे भी होते हैं, जिनकी आवाज़ नहीं होती, कुछ सुख ऐसे भी होते हैं, जिनकी ख़ुशी नहीं होती, ख़ुशी देती हैं मंजिले,पर रास्ते दर्द भरे होते है, इसलिए हर किसी की ख्वाहिशें पूरी नहीं होती, कुछ छू लेते हैं आसमान पंछी बनकर, और किसी के होसलो में उड़ान नहीं होती ! चाँद के…

  • वो आखिरी पल

    न जाने कैसी बेचैनी थी दम सा घुट रहा था मुझे क्या पता था आखिरी पल था वो मेरा मौत बहुत नजदीक थी बिल्कुल घर की दहलीज पर पर इन नजरों को इंतजार था तुम्हारा और ये नजरें जो बार-बार मुझसे कह रही थी बहुत थक गयी हूँ अब तो इन्हें बंद कर लेने दो…

  • आखें भर आई हमारी।

    आखें नम हूई हर उस माँ की, जिसके बेटे ने कहा की, मेरे शव को देखकर रोना नहीं, बचाऊँगा हर उस माँ व बहन को जिसे होगी मेरी जरुरत, फिर आकर सो जाउँगा तेरी गोद में अगर मिली मुझे फुरसत। आखें भर गई हर उस बहन की, जिसके भाई ने कहा की, राह न तू…