Author: GOVIND
-
भारतीयता
कल तक भी था, है आज भी, आगे भी ये रहेगा | था शीर्ष पर, है शीर्ष पर, और शीर्ष पर रहेगा | संघर्ष है इसके लिए, इसपर समर्पित प्राण है | भाल है अवनत सदा, और चरणों में सम्मान है | ऊंचे हिमालय के शिखर सा , है इसकी गौरव की कथा | ना…