Author: DR.KARUNA SHANKAR DUBEY

  • जिनगी

    जिनगी

    जिनगी तरई के गाँव में ,चन्दा नहाय रहा । मछरी के पोखर में ,दिनकर ठंडाय रहा । जिनगी के ककहरा में देस अऊ गांव समाय रहा । अइसन मोह अऊ बिछोह जियरा छटपटाय रहा । तरई के गाँव में ,चन्दा नहाय रहा । मछरी के पोखर में ,दिनकर ठंडाय रहा । मनवा क गतिया दिनवा…