Author: Ashutosh

  • वतन की मुहब्बत

    वतन की मुहब्बत

    वतन मेरे बता मुझको मुहब्बत तुझसे इतनी क्यों तेरी मिटटी की खुशबू से मुझे इतनी मुहब्बत क्यों आखिर क्यों तेरी खातिर मेरा ये दिल तड़पता है तेरी ही आन की खातिर ‘कुँवर’ मरता है मिटता है कहें क्या आरज़ू है तेरी खातिर और क्या अरमां की मुझको बस बता दे मेरी खातिर क्या तेरा फ़रमाँ…