Mindblown: a blog about philosophy.

  • हिन्दी

    हिन्दी

    हिंदी मिला है भाग्य हमें हम बोलते हैं हिन्दी। हो जाते है धन्य हम जब बोलते है हिन्दी। धर्म पन्त जाती एक करती हैं हिन्दी। सारे भारतीयों की माँ है हिन्दी।। हर भारतीय की माँ है हिन्दी। हर भारतीय का मान है हिन्दी। हम भारतीयों की पहचान है हिन्दी। हर भारतीय को एक करती है…

  • एक पुकार

    एक पुकार

    बेटी हूँ मैं माँ तेरी सदियों से चली आई पहेली हूँ, पूछूँ तुझसे एक ही सवाल क्यों सबके बीच अकेली हूँ। एक ही कोंख से जन्म लिया फिर बेटियां ही क्यों रोती है, हमको जुल्म सहता देख क्यों खुली आँख तू सोती है। एक का स्वागत खुशियों से किया जन्म लेना खानदानी शान, मुझ बेटी…

  • A Vague Outbreak

    A Vague Outbreak

    Shadow of vague awe is all over death amuse all humans but game, forced survivors to live in terror as panic sitch began again, This is the time of Apocalypse, A pernicious disorder excited to nation, which unfurl with great ease cause humans to be in a state of confusion. It’s Corona outbreak, A deadly…

  • गुलाम भारत

    गुलाम भारत

    जब भी होता किसी दर्दनाक घटना का जिक्र, समस्त हिन्दुस्तानी हो जाते सिहर, बात थी युगों-युगों पुरानी, करते थे सब अंग्रेजों की गुलामी, व्यापारी बन आई इस्ट इंडिया कंपनी ने भारत में अपने कदम जमाएँ डाली थी उन्होने हम सब में फूट, फिर सब लोगों का सुख -चैन लिया लूट, दाने-दाने को कर दिया था…

  • जम्मू-कश्मीर और 370

    जम्मू-कश्मीर और 370

    लोकतंत्र का स्वाभिमानी, भारत देश महान है, छोड़ दी जीत में मिली जमीन भी, वाकिफ इससे सारा जहान है। फिर भी न माने दुश्मन, नोच लिया जिस टुकड़े को, अभिन्न अंग है ये जिसका, वो प्यारा-सा हिंदुस्तान है। लेकिन कुछ सियासी पिल्लों ने , मचाया अपने घर में घमासान है, और फिर से अलग कर…

  • यूँ तो आज़ादी है…पर थोड़ा काम रहता है

    यूँ तो आज़ादी है…पर थोड़ा काम रहता है

    यूँ तो आज़ादी है, पर थोड़ा और काम रहता है स्कूल हो सबके नसीब में, बस करीब में छूट न जाए कोई बच्चा बस यही डर रहता है हवा थोड़ी और सॉफ हो, कुदरतन थोड़ा और इंसाफ़ हो कारखानों और गाड़ियों से निकलता ये काला धुआँ दम न घुट जाए मेरी मा का, बस यही…

  • आओ शुक्रिया कहें

    आओ शुक्रिया कहें

    कोरोना के इस काल में पूरी दुनिया के इस हाल में आओ शुक्रिया कहें उन्हें जो सेवा कर रहे अस्पताल में जिन्दगी उनकी भी जरूरी है और आप कहेते मजबूरी है अब तो समझो वो कितने महान है आऔ शुक्रिया कहें उन्हें जो इंसान के रूप में भगवान हैं जरा सी खबर सुनकर आप डर…

  • मातृभूमि की माटी का सुख

    मातृभूमि की माटी का सुख

    मातृभूमि की माटी का सुख, कहीं स्वर्ग में भी मिलता नहीं, हम देश से निकले हैं मगर, देश हमसे निकलता नहीं । वो दशहरे की रौनक, वो दिवाली के पटाखे, वो दुर्गा जी की प्रतिमा, वो चीनी वाले बताशे | वो ठेले के गोलगप्पे, वो इडली और डोसा, वो गन्ने का रस अदरख डालकर, वो…

  • इबादत

    इबादत

    इबादत करती हूँ उस मुल्क की- जहाँ हर दिन मानो कोई जश्न हो, जहाँ हर शाम महकती हो शान से; जहाँ रातों को चांदनी की नज़ाकत भी, बरसती है गुमाँ के साथ आसमान से! इबादत करती हूँ उस मुल्क की- जहाँ हर शहर में कोई बात ख़ास है, जहाँ हर गाँव ओढ़ता मुहब्बत का लिबास…

  • हम

    हम

    शायद ईश्वर के पास हमारी आत्माएँ एक रहीं होंगी, ईश्वर ने उसके दो हिस्से कर के दो मनुष्य बना दिए, तभी तो हम एक जैसे न होकर , एक दूसरे के पूरक हैं, जैसे एक ही कागज़ के दो टुकड़े! तभी तो मुझे बोलना पसंद है, तो तुम्हें सुनना, मुझे लिखना पसंद है , तो…

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