हिन्दी में


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poem@gauravgatha.org

15 जून से 30 सितंबर 2012

विषय:

देशभक्ति पर आधारित काव्य रचनाएँ

(कविता, गीत, ग़ज़ल, नज़्म इत्यादि)

उद्देश्य:

राष्ट्रीय भावना को बढ़ावा देना

आयोजक:

रक्षक फ़ाउंडेशन

स्वीकृत भाषाएँ:

हिन्दी, अंग्रेज़ी

रचनाएँ कैसे भेजें:

रचनाएँ केवल इस फ़ॉर्म के ज़रिए भेजी जा सकती हैं

हिन्दी रचनाएँ कौन-से फ़ॉन्ट में हों:

यदि रचनाएँ हिन्दी यूनिकोड में हों तो बहुत अच्छा होगा. अन्य फ़ॉन्ट होने की स्थ्ति में आप अपनी रचना की स्कैन कॉपी, MS-Word फ़ाइल या PDF फ़ाइल को अपलोड भी कर सकते हैं। अपलोड की सुविधा फ़ॉर्म में दी गई है

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रक्षक फाउण्डेशन का राष्ट्रभक्ति कविता कार्यक्रम राष्ट्रभक्ति की भावना को पुनःस्थापित करने वाला अद्वितिय कार्यक्रम है।साहित्य ने सदैव समाज में अपनी भूमिका का निर्वाह किया है। इतिहास तथा अति प्राचीन समय के बारें में जो कुछ हम जानते है वह उस समय के कवियों/लेखकों द्वारा किये गये वर्णन पर आधारित है। अमेरिका तथा फ्रांस की क्रान्तियों से लेकर भारत के स्वतन्त्रता संग्राम तक जितने भी सघंर्ष हुए हैं उन सभी की उत्पत्ति उस काल के महानतम लेखकों की लेखनी से हुई है। एडर्वन लिटन ने सही कहा है कि कलम, तलवार से अधिक शक्तिशाली है और हम सभी यह जानते है। आपके साथ भी यह कितनी बार हुआ होगा कि किसी कविता को सुनने के बाद आप आश्चर्यचकित रह जाते है तथा यह सोचते है कि कोई अन्य व्यक्ति आपके विचारों को आपके ही सम्मुख कैसे प्रस्तुत कर सकता है और वह भी इतने सरल एंव स्वाभाविक रूप से।

कलम की इसी शक्ति का अनुभव करते हुए तथा इसे क्रियान्वित करते हुए हम सम्पूर्ण देशभर के कवियो को इस राष्ट्रभक्ति कविता प्रतियोगिता में आमंत्रित कर रहे हैं। रक्षक फाउण्डेशन एक गैर-लाभकारी संस्था है, उन राष्ट्रभक्तों द्वारा किया गया एक प्रयास जिन्होंनें अपनी मातृभूमि को श्रद्धासुमन अर्पित करने के लिए सदैव भरसक प्रयत्न किया है।

इस कविता प्रतियोगिता का उद्देश्य युवाओं में हिन्दी साहित्य व राष्ट्रभक्ति के प्रति क्षीण हो रही रूचि को पुनर्जीवित करना है। हम न केवल लेखकों को अपनी प्रतिभा प्रदर्शन हेतु राष्ट्रीय मंच प्रदान कर प्रोत्साहित करना चाहते है अपितु उत्साहित पाठकों की साहित्यिक रुचियों को भी जगाना चाहते हैं।

कार्यालय समय के बाद अथवा अध्ययन कार्य के विराम में किसी विचार के कौंधने में केवल कुछ ही पल लगते है शेष तो बस भाषा तथा शब्दों के साथ एक खेल है। तो इन्तजार किस बात हो है शुरू कीजिए एक ऐसी कविता का लेखन जो उत्साह के स्तर को आकाश तक पहुंचा दे। निश्चित रूप से यही वह रचना होगी जिस पर आपको गर्व होगा तथा आप वही व्यक्ति होगें जिस पर राष्ट्र को गर्व होगा । तो यदि आप उस गर्व प्राप्ति की खोज में है तथा अपनी मातृभूमि के लिए कुछ करने के इच्छुक है तो यह आपके लिए सुअवसर है।

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रक्षक फाउण्डेशन का राष्ट्रभक्ति कविता कार्यक्रम राष्ट्रभक्ति की भावना को पुनःस्थापित करने वाला अद्वितिय कार्यक्रम है।

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[quote author=”सरोजनी नायडू” image=”https://www.gauravgatha.org/wp-content/uploads/2012/06/sarojini_naidu.jpg” w=”150″ h=”160″ image_align=”right”]क्या यह जरूरी है कि मेरे हाथों में,अनाज या सोने या परिधानों के महंगे उपहार हों?[/quote]
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[quote author=”रवीन्द्रनाथ टैगोर” image=”https://www.gauravgatha.org/wp-content/uploads/2012/06/rabindranath-tagore.jpeg” w=”150″ h=”160″ image_align=”right”]मौत प्रकाश को ख़त्म करना नहीं है; ये सिर्फ दीपक को बुझाना है क्योंकि सुबह हो गयी है|[/quote]
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[quote author=”मुंशी प्रेमचंद” image=”https://www.gauravgatha.org/wp-content/uploads/2012/06/460px-Premchand.jpg” w=”150″ h=”160″ image_align=”right”]नमस्कार करने वाला व्यक्ति विनम्रता को ग्रहण करता है और समाज में सभी के प्रेम का पात्र बन जाता है[/quote]
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