जो विश्व शांति की ज्योत जलाये
इस दुनिया को एक देश बनाये
जो राम – रहीम का भेद मिटाए
और सबको प्रेम नीति समझाए
हिंसा और द्वेष के पन्नों पर
लिखे जो शांति की इबारत
वो मेरे सपनों का भारत . . .
जो देश जहां को प्रेम सिखाये
नफरत की दीवार मिटाए
बड़े प्यार से पाले सबको
यूँ ही सबकी माँ कहलाये
और जिस देश के हर कण-कण में
बन जाये एक प्रेम इमारत
वो मेरे सपनों का भारत . . .
जहां युध्द दिलों से जीते जाएँ
हथियार कोई भी काम न आयें
जहां जीवन में कोई न भय हो
और कोई किसी से न घबराएँ
जहां हर दिल में बस प्रेम बसे
और प्रेम हो हर इंसान की चाहत
वो मेरे सपनों का भारत . . .
वो मेरे सपनो का भारत . . .
Add a comment