23 March

Posted by
|

क्या तुम्हे पता है हुसैनीवाला कहां है?
है तुम्हें मालूम २३ मार्च का मतलब?
क्या बता सकते हो तुम,
कि एक बच्चा खेतों में बन्दूकें क्यों बोता था?
क्या दिये की लौ पर रखकर,
जलायी है तुमने अपनी हथेली?
कर सकते हो,
एक सिख हो कर मातृभूमि के लिये केश कटाने की हिम्मत?

कभी सोच सकते हो,
’बेबे’ के हाथ कि रोटी खाने की अंतिम इच्छा?
मज़लूमों के दर्द कि तडप
क्या बना सकती है तुम्हें क्रन्तिकरी?
जानते हो कि जब ठंडी सख्त रस्सी,
गर्दन के चारों ओर कसती है,
तो क्या होता है?

एक बार सोचना कभी,
इन सब का क्या अर्थ है,
और तब कहना कि,
तुम्हारे लिये किसी ने क्या किया है,
और यह भी बताना कि,
तुमने औरों के लिये क्या किया है.

Add a comment