“लडकीया”
लडकीया बोहोत बहादूर होती हैं……
लेकिन न जाने उन्हे क्यू जानबुझकर
हराया जाता हैं……
लोग क्या कहेंगे ये बोलकर न जाने क्यू
उन्हे डराया जाता हैं….
काबिलीयत होकर भी कुछ न कर पाती
उनके सपनो को मारा जाता हैं…..
गल्ती न होकर भी चूप चाप सेहती जुलम
और समाज क्या कहेंगा बोलकर सवारा जाता हैं…..
क्या करेगी इतना पढकर रसोई सम्भाल
केहकर उसकी उडान को रोका जाता हैं…..
पिता के घर पराया धन बोले तो भरी
आँखो से रोया जाता हैं…….
न जाने कितनी लडकीयोको आज भी दुष्ट
समाज क्या कहेंगा बोलकर खोया जाता हैं…..✍️

Ladkiya
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