कब हमें किसी से जोड़ दे ज़िंदगी
ये कोई नहीं जानता
बरसों का रिश्ता पल मे कैसे तोड़ दे
ये कोई नही जानता
कहते है सच्चे मन से कुछ चाहो तो मिलता है
कब छीन ले हमसे ज़िंदगी ये कोई नहीं जानता
पहले लगता था किस्मत में था तो मिल गये
किस्मत जो लिखती है वो कोई नहीं जानता
प्यार बना रहे सबका यार बना रहे
साथ मिलेगा या नहीं ये कोई नहीं जानता
दुआएं सब माँगते है खुशियों के लिए
गम कब शामिल हो जायें ये कोई नहीं जानता
जो रोते है किस्मत को वो पागल हैं सब
सितारे कब पलट जायें ये कोई नहीं जानता
कोई नही जानता
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