देश के दुश्मन का यह पीठ पीछे का वार,
पुलवामा में हमारे जवानों पर क्रूर प्रहार।
कैसे कोई कर सकता था इसको मुआफ़,
बालाकोट में कर दिया इनका सूपड़ा साफ।
भविष्य में भी जब-जब होगी ऐसी वारदात,
दुश्मन रख ले अब गांठ बांध करके ये बात।
तुम अगर एक को मारोगे तो दस को हारोगे,
दुश्मनी कर के कैसे अपने देश को तारोगे।।
पुलवामा
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