गीत
मेरा भारत
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हमारे देश की रक्षा की जब जब बात आई है।
जवानों ने वतन के वासते जाँ तक लुटाई है।
कई तूफान आए और आँधी ने सताया है,
हुआ है एक जुट भारत, अमन की लौ जलाई है।।
हमारे देश की……….’’
रखा है मान वीरों ने, तिरंगे का हिमाचल का।
रखा सम्मान वीरों ने धरा का माँ के आँचल का।
कभी दुश्मन डराता है, करे यदि वार धोखे से,
न की जाँ की कभी परवा, धूल उसको चटाई है।।
हमारे देश की……….’’
कभी बापू, जवाहर, लाल, की आजाद की बातें।
सदा करते हैं, माँ के लाल, सरहद पर यही बातें।
कई किस्से कहानी हैं, कई हैं शौर्य गाथाएँ,
भगत सिंह की शहादत भी, अभी तक ना भुलाई है।।
हमारे देश की……….’’
यहाँ मनती दिवाली है, बड़े चैनो अमन से ही।
यहाँ मिलते गले हैं ईद, होली पर अमन से ही।
यहाँ गंगो जमन की सभ्यता, शिखर को छूती है,
बिरज भूमि है कान्हा ने, यहाँ बंसी बजाई है।।
हमारे देश की……….’’
मेरा भारत कुराने पाक, गीता में नहीं रहता।
मेरा हिन्दोस्ताँ मंदिर या मस्जिद में नहीं रहता।
दिलों में आपके रहता, मेरी साँसों में रहता है,
चमन के ज़र्रे ज़र्रे में इसकी खुशबू समाई है।।
हमारे देश की……….’’
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